
ऐसा किया गया कि दोनों में से किसी एक की मृत्यु होने पर कर्ज माफ हो जाएगा
फुलवारीशरीफ, अजीत। पटना के जानीपुर थाना क्षेत्र के नगवा टांड में कर्ज के बोझ तले दबे एक पति ने अपनी पत्नी की गला दबाकर हत्या कर दी. इस वारदात से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई. घटना की सूचना मिलते ही जानीपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया. वहीं शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया. मामले की गंभीरता को देखते हुए डीएसपी टाउन–2 दीपक कुमार भी घटनास्थल पर पहुंचे और छानबीन की।
पुलिस के अनुसार मृतका की पहचान मुन्नी खातून (उम्र करीब 35 वर्ष) के रूप में की गई है. आरोपी पति फिरोज आलम ने रात के समय घरेलू विवाद के बीच पत्नी की गला दबाकर हत्या कर दी. डीएसपी दीपक कुमार ने बताया कि मृतका के बच्चों ने पुलिस को दिए बयान में स्पष्ट कहा है कि उनके पिता बार-बार मां से कहते थे कि बहुत लोन हो गया है, अगर पति-पत्नी में से कोई एक मर जाएगा तो सारा कर्ज माफ हो जाएगा. बच्चों के अनुसार पिता की इसी सोच ने मां की जान ले ली।
पड़ोसियों और पुलिस जांच से पता चला है कि फिरोज आलम और उसकी पत्नी मुन्नी खातून ने विभिन्न ग्रुप और निजी स्रोतों से लाखों रुपये का कर्ज ले रखा था. फिरोज आलम इन पैसों से कारोबार करता था लेकिन व्यापार सफल नहीं हो सका. धीरे-धीरे कर्जदारों का दबाव बढ़ता गया और परिवार कर्ज के बोझ तले दब गया. छह बच्चों का खर्च उठाने के कारण घर की स्थिति और बिगड़ती चली गई।
स्थानीय लोगों के अनुसार आरोपी पति कई दिनों से तनाव में था और अक्सर पत्नी से कहता था कि अगर दोनों में से कोई एक मर जाएगा तो कर्ज चुकता नहीं करना पड़ेगा. बीती रात इसी तनाव और मानसिक दबाव के बीच उसने पत्नी का गला दबाकर हत्या कर दी।
हत्या के बाद आरोपी घर से भागने की कोशिश कर रहा था लेकिन परिजनों और बच्चों ने विरोध कर दिया. शोर-गुल सुनकर मोहल्ले के लोग जुटे और पुलिस को सूचना दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और आवश्यक कार्रवाई शुरू कर दी।
जानीपुर थाना अध्यक्ष नवीन ने बताया की पुलिस ने बताया कि आरोपी से पूछताछ की जा रही है और घटना के पीछे असली वजह की जांच की जा रही है. वहीं एफएसएल टीम भी घटनास्थल से सबूत एकत्र कर रही है. पुलिस का कहना है कि बच्चों और परिजनों के बयान को लिखित रूप में दर्ज किया गया है और आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेजने की प्रक्रिया चल रही है।
इस दर्दनाक घटना के बाद पूरे मोहल्ले में मातम पसरा है. छोटे-छोटे बच्चे अपनी मां की मौत से गहरे सदमे में हैं. स्थानीय लोगों ने घटना को पारिवारिक व आर्थिक दबाव का परिणाम बताया और कहा कि लगातार बढ़ते कर्ज ने पूरे परिवार को तबाह कर दिया।